आचार्यश्री महाप्रज्ञ समाधि स्थल के सुरम्य परिसर में तेरापंथी महासभा द्वारा एक अद्भुत, अविस्मरणीय और अतुलनीय अनुभव प्रदान करने वाला महाप्रज्ञ म्यूजियम भी निर्मित है। परम पूज्य आचार्यश्री महाप्रज्ञ के जीवन दर्शन को समर्पित इस भव्य म्यूजियम का लोकार्पण 8 मई 2022 को परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमण के पावन चरणस्पर्श से हुआ। अपनी विलक्ष्ण विशेषताओं से यह म्यूजियम श्रद्धालुओं व पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां आने वाले दर्शकों के मुंह से यही सुनने को मिलता है, ‘अद्भुत!’ ऐसा म्यूजियम पहले कभी भी और कहीं भी नहीं देखा। अध्यात्म के शांतिपीठ में स्थित अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से युक्त यह विश्वस्तरीय म्यूजियम अध्यात्म और विज्ञान का मानों संगम है।
आचार्यश्री महाप्रज्ञ के मंगलन मंत्रोच्चार से युक्त मोशन सेंसर लोटस, जैन धर्म की प्रमुख बातों को समझाने चाला इंटरेक्टिव वॉल प्रोजेक्शन, आचार्य महाप्रज्ञ के जीवन चरित्र पर आधारित स्पेशल 180 डिग्री स्क्रीन पर दिखाई जाने वाली रोचक एवं रोमांचक फिल्म, ट्रेकबॉल कालचक्र, रोबोटिक्स, समस्याओं के समाधायक मंत्रों से युक्त टेलीफोन और कार्ड्स, आचार्य महाप्रज्ञ के बचपन व अहिंसा यात्रा पर आधारित प्रोजेक्टिव फ्लिप बुक्स, प्रेरक प्रवचनों से युक्त कियोस्क, आधुनिक तकनीक से प्रेक्षाध्यान का अनुभव, सुसंस्कार प्रदायक जीवन विज्ञान के गेम्स, लेटेस्ट वी.आर. टेक्नोलाजी से युक्त आचार्यश्री महाश्रमण से साक्षात् संवाद का सुअवसर, आचार्य श्री महाश्रमण के जीवन दर्शन व अहिंसा यात्रा पर आधारित मोशन सेंसर एवं कियोस्क, लेजर हार्प टेक्नोलाजी के माध्यम से आध्यात्मिक गीतों के श्रवण का आनंद आदि इस म्यूजियम के प्रमुख आकर्षण हैं। संक्षेप में इतना ही कहा जा सकता है कि रेतीले धोरों पर स्थित यह म्यूजियम किसी आश्चर्य से कम नहीं है।