आयोजन

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आधी सदी से भी ज्यादा समय से तेरापंथ धर्मसंघ के महनीय आयोजनों के समायोजन का सौभाग्य महासभा को प्राप्त होता रहा है। तेरापंथ धर्मसंघ की स्थापना के दो सौ वर्षों की संपन्‍नता के उपलक्ष्य में सन्‌ 1960 में तेरापंथ द्विशताब्दी समारोह के भव्य एवं गरिमामय आयोजन से प्रारंभ हुआ महासभा का यह सुनहरा सफर धर्मसंघ की उन्‍नति और प्रभावना का परचम फहराता रहा है। धर्मसंघ के विविध महत्वपूर्ण प्रसंगों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल एवं गरिमापूर्ण रूप में समायोजित करने का सौभाग्य महासभा को प्राप्त हुआ।

महासभा द्वारा आयोजित धर्मसंघ के अतिमहत्वपूर्ण आयोजन

  • तेरापंथ द्विशताब्दी समारोह : तेरापंथ की स्थापना के 200 वर्षों की परिसम्पन्नता के उपलक्ष्य में
  • धवल समारोह : आचार्यश्री तुलसी के आचार्यकाल के 25 वर्षों की परिसम्पन्नता के संदर्भ में
  • कालजयी महर्षि अभिवंदना समारोह : आचार्यश्री महाप्रज्ञजी द्वारा तेरापंथ की आचार्य परम्परा में सर्वाधिक आयुष्य एवं संयम पर्याय प्राप्ति के नव कीर्तिमान स्थापना के उपलक्ष्य में
  • भिक्षु निर्वाण द्विशताब्दी समारोह : आचार्यश्री भिक्षु के महाप्रयाण के 200 वर्षों की परिसम्पन्नता के उपलक्ष्य में
  • आचार्य महाश्रमण अमृत महोत्सव : आचार्यश्री महाश्रमणजी के जीवन के 50 वर्षों की सम्पन्नता के संदर्भ में
  • आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी समारोह : आचार्यश्री तुलसी के जन्म के 100 वर्षों की सम्पन्नता के उपलक्ष्य में
  • महाप्रज्ञोस्तु मंगलम्‌ : आचार्यश्री महाप्रज्ञ के जन्म के 100 वर्षों की सम्पन्नता के उपलक्ष्य में

इन अवसरों पर महासभा द्वारा संघ विकास एवं संघ प्रभावना तथा लोक कल्याण के अनेकानेक आध्यात्मिक एवं सामाजिक उपक्रम आयोजित किए गए। इन प्रसंगों पर महासभा द्वारा प्रकाशित अनेक ग्रंथ और शताधिक अन्य पुस्तकें धर्मसंघ की अमूल्य धरोहर हैं। महासभा के प्रयास से भारत सरकार ने आचार्य भिक्षु निर्वाण द्विशताब्दी के परिपेक्ष्य में डाक टिकट और आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में ₹5 के सिक्के जारी किए। इसके साथ बीकानेर से चेन्नई जाने वाली एक रेल का नाम भी भारत सरकार द्वारा अणुव्रत एक्सप्रेस किया गया।