चारित्रात्माओं, समणश्रेणी एवं मुमुक्षुश्रेणी की सीमित संख्या के कारण सुदूर क्षेत्रों में फैल..
संपूर्ण तेरापंथ समाज के योगक्षेम एवं सामाजिक सार-संभाल का दायित्व महासभा का है। प्रत्येक तेरा..
महासभा द्वारा संचालित प्रवृत्तियों में उपासक श्रेणी का निर्माण एक प्रमुख कार्य है। तेरापंथ स..